है अजब कहानी ,गज़ब इस दिल का फरमान ,
है दिल तुझ पर इस कदर मेहरबान।
तू जानता है पर कद्र नही
तेरे झूठे वादों का कोई असर नही।
है डगमगा रहा मेरा विश्वास
सब्र का बाँध ले आखिरी सास
मैं न खोउंगी ज्यादा कुछ
बस थी तेरी रज़ामंदी की आस।
है कोई ना गिला ना शिकवा तुझसे ,
मिले हर ख़ुशी और दुआयें सबसे।
बस एक बार पलटकर देख लेते ,
मेरी आँखों में बसे तेरे किस्से।
तू समझ न पाया मेरी कीमत
है कोई न गम ,तुझे मेरी बरकत।
है अजब कहानी ,गज़ब इस दिल का फरमान ,
फिर भी हमेशा रहेगा यह दिल तुझपर मेहरबान।
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